छत्तीसगढ़ संवाददाता
बीजापुर, 7 जुलाई। बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक कुख्यात नक्सली पीएलजीए बटालियन नंबर 01 की कंपनी नंबर 02 के डिप्टी कमांडर को ढेर किया गया। उस पर 8 लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। मुठभेड़ स्थल से एक .303 रायफल, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी बरामद किए गए।
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव ने बताया कि जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में माओवादी कैडर की गतिविधियों की विश्वसनीय सूचना के आधार पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, एसटीएफ, कोबरा 202, कोबरा 210 एवं सीआरपीएफ यंग प्लाटून की संयुक्त टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
सूचना के अनुसार तेलंगाना राज्य समिति, नेशनल पार्क एरिया कमेटी,पीएलजीए बटालियन नंबर 01 तथा अन्य सशस्त्र माओवादी कैडर उक्त क्षेत्र में सक्रिय थे।
इस सूचना के आधार पर संयुक्त बलों ने माओवादी उपस्थिति की पुष्टि के बाद अभियान प्रारंभ किया।
यह अभियान 4 जुलाई से प्रारंभ हुआ, जिसके दौरान पुलिस बल और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ होती रही। मुठभेड़ के पश्चात क्षेत्र की तलाशी के दौरान मुठभेड़ स्थल से एक सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव, एक .303 रायफल, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी बरामद किया गया।
मृत माओवादी की पहचान सोढ़ी कन्ना के रूप में हुई है, जो पीएलजीए बटालियन नंबर 01 की कंपनी नंबर 02 का डिप्टी कमांडर था। उस पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 8 लाख का ईनाम घोषित था।
सोढ़ी कन्ना टेकलगुडिय़म क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों, धरमारम कैंप पर हमले समेत कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा है। वह सीसीएम माड़वी हिडमा का सहयोगी था और बटालियन में स्नाइपर के रूप में कार्यरत था। उसके मारे जाने से माओवादी संगठन को स्नाइपर क्षमताओं के लिहाज से भारी क्षति हुई है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बीजापुर, 7 जुलाई। बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक कुख्यात नक्सली पीएलजीए बटालियन नंबर 01 की कंपनी नंबर 02 के डिप्टी कमांडर को ढेर किया गया। उस पर 8 लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। मुठभेड़ स्थल से एक .303 रायफल, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी बरामद किए गए।
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव ने बताया कि जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में माओवादी कैडर की गतिविधियों की विश्वसनीय सूचना के आधार पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, एसटीएफ, कोबरा 202, कोबरा 210 एवं सीआरपीएफ यंग प्लाटून की संयुक्त टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
सूचना के अनुसार तेलंगाना राज्य समिति, नेशनल पार्क एरिया कमेटी,पीएलजीए बटालियन नंबर 01 तथा अन्य सशस्त्र माओवादी कैडर उक्त क्षेत्र में सक्रिय थे।
इस सूचना के आधार पर संयुक्त बलों ने माओवादी उपस्थिति की पुष्टि के बाद अभियान प्रारंभ किया।
यह अभियान 4 जुलाई से प्रारंभ हुआ, जिसके दौरान पुलिस बल और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ होती रही। मुठभेड़ के पश्चात क्षेत्र की तलाशी के दौरान मुठभेड़ स्थल से एक सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव, एक .303 रायफल, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी बरामद किया गया।
मृत माओवादी की पहचान सोढ़ी कन्ना के रूप में हुई है, जो पीएलजीए बटालियन नंबर 01 की कंपनी नंबर 02 का डिप्टी कमांडर था। उस पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 8 लाख का ईनाम घोषित था।
सोढ़ी कन्ना टेकलगुडिय़म क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों, धरमारम कैंप पर हमले समेत कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा है। वह सीसीएम माड़वी हिडमा का सहयोगी था और बटालियन में स्नाइपर के रूप में कार्यरत था। उसके मारे जाने से माओवादी संगठन को स्नाइपर क्षमताओं के लिहाज से भारी क्षति हुई है।