सरपंच एवं पंचायत सचिव के खुले संरक्षण में अवैध रूप से मछली पालन..
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दुर्ग। धमधा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले अरसी गांव में निस्तारी के उपयोग करने के लिए बनाए गए तालाब में ग्राम पंचायत सचिव एवं सरपंच की शह पर अवैध रूप से मछली पालन करने का काम धडल्ले से जारी है बड़ी विडम्बना यह है कि इसकी शिकायत मतस्य विभाग में मौखिक रूप से की गई है लेकिन मतस्य विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। अवैध रूप से किए जा रहे इस मछली पालन के कार्य की फोटो एवं वीडियो भी उपलब्ध है।इसको लेकर ग्रामवासियों में काफी आक्रोश है ग्रामीणों का आक्रोश कभी भी गुब्बारा बनकर फुट सकता है। ग्रामवासियों की बैठकें हो रही है क्योंकि इस तालाब को ग्रामीणों के निस्तारी के लिए मतस्य विभाग ने विधिवत प्रमाणपत्र भी जारी किया है।मजे की बात यह है कि मतस्य विभाग दुर्ग द्वारा आदेश क्रमांक 246/एफ-6-4-/ तक/ 2019 के तहत दिनांक 25/7/2022 के कंडिका क्रमांक - 09 के अनुसार प्रत्येक ग्राम पंचायत में निस्तार हेतु एक तालाब को चिन्हाकित किया जाएगा के परिपालन में ग्राम पंचायत अरसी के कुल पांच तालाबों में से चार तालाबों को पट्टे पर आबंटित किया गया है तथा एक तालाब कन्दई डबरी तालाब को निस्तारी हेतु चिन्हाकित कर ग्रामवासियों के लिए सुरक्षित रखा गया है। लेकिन इसी डबरी तालाब को मतस्य विभाग के शह पर ग्राम पंचायत अरसी के सरपंच एवं ग्राम पंचायत सचिव के खुले संरक्षण में अवैध रूप से मछली पालन के लिए उपयोग किया जा रहा है। यहां यह बताना लाजिमी है कि एक तरफ मतस्य विभाग की उपसंचालक महोदया द्वारा यह कहा जा रहा है कि डबरी तालाब को ग्रामवासियों के लिए निस्तारी हेतु सुरिक्षत रखा है यहां मतस्य विभाग द्वारा अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर आंख बंद कर खुली छूट दी गई है।