ऑटो ऐज कॉन्क्लेव में वेदांता एल्युमीनियम ने ऑटो उद्योग के लिए एल्युमीनियम रेंज पेश की
ऑटो ऐज कॉन्क्लेव में वेदांता एल्युमीनियम ने ऑटो उद्योग के लिए एल्युमीनियम रेंज पेश की
नई दिल्ली, 1 मई। वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि भारत के सबसे बड़े एल्युमीनियम उत्पादक ने नई दिल्ली में ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए ऑटोएज 2024 एक इंडस्ट्री कन्लेव का आयोजन किया। आधुनिक परिवहन में एल्युमीनियम का विभिन्न रूपों में बुनियादी महत्व है।
वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि यह ऑटोमोटिव के उत्पादन में एक महत्वपूर्ण कच्चा माल है। इस अवसर पर इस सेक्टर के भावी रोडमैप और इसके अंदर बड़े बदलाव में एल्यूमीनियम की भूमिका पर विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में कई सत्र आयोजित किए गए। यह प्रतिभागियों के लिए सहयोग के नए क्षेत्रों को जानने का भी बड़ा अवसर था। टॉप ऑटोमोटिव वाहन निर्माताओं और अनिवार्य कम्पोनेंट निर्माताओं ने इसमें भाग लिया।
वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि एल्युमीनियम हल्के वजन का धातु है जिसमें कई विशिष्ट गुण हैं जैसे अधिक कम वजन में अधिक मजबूत, उत्कृष्ट विद्युत चालक, जंग से बचने और पुनर्चक्रण की क्षमता शामिल है। इन गुणों की वजह से यह तेजी से बढ़ते ऑटोमोटिव सेक्टर के कई उपयोगों के लिए चुना जाता है। इस सेक्टर से वित्त वर्ष 2031 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 15 प्रतिशत योगदान की उम्मीद है।
वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि आंतरिक दहन (आईसी) इंजन वाले एक वाहन में औसत लगभग 180 किलोग्राम एल्यूमीनियम होता है जबकि एक इलेक्ट्रिक वाहन में लगभग 260 किलोग्राम एल्यूमीनियम लगता है। आयोजन के बारे में वेदांता एल्युमीनियम के सीईओ श्री जॉन स्लेवेन ने कहा कि हम ऑटोमोटिव उद्योग के हमारे ग्राहकों को एक साथ कई लाभ देते हैं।
वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि विश्व स्तरीय विशेषज्ञता, अत्याधुनिक तकनीक, उनके अनुकूल एलॉय, व्यापार करने में आसानी, भरोसेमंद आपूर्ति श्रृंखला और सबसे महत्वपूर्ण व्यवसाय को सस्टेनेबल बनाने की प्रतिबद्धता। इसके साथ-साथ इनोवेटिव उत्पादों के विकास, अत्याधुनिक तकनीक और स्थानीयकरण के बल पर वे भारतीय ऑटोमोटिव सेक्टर को वैश्विक कम्पनियों से बराबरी की प्रतिस्पर्धा करने का अवसर देते हैं।
नई दिल्ली, 1 मई। वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि भारत के सबसे बड़े एल्युमीनियम उत्पादक ने नई दिल्ली में ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए ऑटोएज 2024 एक इंडस्ट्री कन्लेव का आयोजन किया। आधुनिक परिवहन में एल्युमीनियम का विभिन्न रूपों में बुनियादी महत्व है।
वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि यह ऑटोमोटिव के उत्पादन में एक महत्वपूर्ण कच्चा माल है। इस अवसर पर इस सेक्टर के भावी रोडमैप और इसके अंदर बड़े बदलाव में एल्यूमीनियम की भूमिका पर विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में कई सत्र आयोजित किए गए। यह प्रतिभागियों के लिए सहयोग के नए क्षेत्रों को जानने का भी बड़ा अवसर था। टॉप ऑटोमोटिव वाहन निर्माताओं और अनिवार्य कम्पोनेंट निर्माताओं ने इसमें भाग लिया।
वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि एल्युमीनियम हल्के वजन का धातु है जिसमें कई विशिष्ट गुण हैं जैसे अधिक कम वजन में अधिक मजबूत, उत्कृष्ट विद्युत चालक, जंग से बचने और पुनर्चक्रण की क्षमता शामिल है। इन गुणों की वजह से यह तेजी से बढ़ते ऑटोमोटिव सेक्टर के कई उपयोगों के लिए चुना जाता है। इस सेक्टर से वित्त वर्ष 2031 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 15 प्रतिशत योगदान की उम्मीद है।
वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि आंतरिक दहन (आईसी) इंजन वाले एक वाहन में औसत लगभग 180 किलोग्राम एल्यूमीनियम होता है जबकि एक इलेक्ट्रिक वाहन में लगभग 260 किलोग्राम एल्यूमीनियम लगता है। आयोजन के बारे में वेदांता एल्युमीनियम के सीईओ श्री जॉन स्लेवेन ने कहा कि हम ऑटोमोटिव उद्योग के हमारे ग्राहकों को एक साथ कई लाभ देते हैं।
वेदांता एल्युमीनियम ने बताया कि विश्व स्तरीय विशेषज्ञता, अत्याधुनिक तकनीक, उनके अनुकूल एलॉय, व्यापार करने में आसानी, भरोसेमंद आपूर्ति श्रृंखला और सबसे महत्वपूर्ण व्यवसाय को सस्टेनेबल बनाने की प्रतिबद्धता। इसके साथ-साथ इनोवेटिव उत्पादों के विकास, अत्याधुनिक तकनीक और स्थानीयकरण के बल पर वे भारतीय ऑटोमोटिव सेक्टर को वैश्विक कम्पनियों से बराबरी की प्रतिस्पर्धा करने का अवसर देते हैं।